o विदेशी आक्रमणकारियों के "क्रिमिनल, कम्युनल, क्रूर क्राइम" के "गुनाहों की गठरी" को भारतीय मुसलमानों के "सिर का बोझ" नहीं बनाना चाहिए।
o इन्सानियत और ईमान को शर्मसार करने वाले इतिहास के गड़े मुर्दों में हिंदुस्तान के किसी समाज, सम्प्रदाय का डी.एन.ए. नहीं हो सकता।
o लेकिन कुछ लोग जब अपने "सियासी स्वार्थ, सनक" में विदेशी हमलावरों के "जुल्म, जुर्म के जागीरदार" बन जाते हैं तो समाज के सद्भाव को नुकसान पहुंचाने वालों के मंसूबों को ताक़त मिलती है।
o आज कल मदरसों के सर्वे पर भी "सांप्रदायिक सियासत" हो रही है, हमें सभी मदरसों पर शक नहीं करना चाहिए, लेकिन सर्वे पर बवाल खुद सवाल बन जाता है, जब कुछ छुपाने को नहीं तो चिल्लाना क्यों?
(1)o कुछ लोग भारत में "इस्लामोफोबिया" के झूठे, मनगढंत तर्कों, दुष्प्रचारों के जरिए हिंदुस्तान की शानदार समावेशी संस्कृति, संस्कार और संकल्प पर “पाखंडी पलीते के प्रयास” से भारत को बदनाम करने की कोशिश करते रहते हैं। ऐसे "साजिशी सिन्डीकेट" से होशियार रहने की जरूरत है।
o भाजपा ने “तुष्टीकरण के सियासी छल” को “समावेशी सशक्तिकरण के बल” से ध्वस्त किया है।
o इसी का प्रमाण है कि आज “MY (मोदी-योगी) फैक्टर” मतलब समावेशी विकास, सर्वस्पर्शी सशक्तिकरण है, जबकि कभी यही “MY फैक्टर” सांप्रदायिक और संकीर्णता का प्रतीक था। आज "विकास और विश्वास की जमानत" है।
o प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ऐसे "मास लीडर" हैं जिन्होंने कास्ट, कम्युनिटी की "संकीर्ण सियासी संस्कृति" को तोड़कर "कॉमन पीपुल" को "प्रोग्रेस, प्रोस्पेरिटी का प्रिशियस पार्टनर" बनाया है।
(2)o पिछले साढे आठ वर्षों में मोदी सरकार ने समाज के सभी वर्गों के सामाजिक-आर्थिक-शैक्षिक सशक्तिकरण के लिए बिना रुके, बिना थके "परिश्रम को परिणाम" में परिवर्तित कर विकास को विश्वास में बदला है।
o "सामाजिक सौहार्द की डोर" ही "समावेशी सशक्तिकरण का सार्थक छोर" है। सेकुलरिज्म कुछ लोगों के लिए "सियासी वोटों का सौदा" है, हमारे लिए "समावेशी विकास का मसौदा" है।
o मोदी सरकार में इसी सकारात्मक बदलाव से बेचैन लोग देश की एकता और सौहार्द के ताने-बाने को तोड़ने की साजिश में जुटे हैं, "भय और भ्रम का भूत" खड़ा कर समाज में बिखराव-टकराव चाहते हैं, जिसे हमें एकजुट हो कर परास्त करना है।
o मोदी सरकार के "सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास", समावेशी विकास-सर्वस्पर्शी सशक्तिकरण की "राष्ट्रीय नीति और राष्ट्रवादी नियत" है।