वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व केंद्रीय कैबिनेट मंत्री श्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आज यहां कहा कि "सनातन को गालियों के सनकी मवालियों की मानसिक बीमारी के उपचार के लिए कोई मानसिक स्वास्थ्य केंद्र ही उपयुक्त जगह है।"
आज रामपुर के पटवाई में भाजपा द्वारा चलाए जा रहे देशव्यापी "मेरी माटी, मेरा देश" अभियान में श्री नकवी ने कहा कि "सनातन आस्था, भारत की आत्मा है", आत्मा पर चोट और परमात्मा से खोट वाले मटियामेट हो जाते हैं।
श्री नकवी ने कहा कि पृथ्वी के सबसे पुराने, प्रमाणिक, पौराणिक 'सनातन धर्म' पर प्रहार और विक्षिप्त विचार अस्वस्थ मानसिक अवस्था का स्पष्ट लक्ष्ण है।
श्री नकवी ने कहा कि "सर्वे भवन्तु सुखिनः", "वसुधैव कुटुम्बकम" के सबक-संदेश से सराबोर सनातन संस्कार दुनिया के मानवीय मूल्यों, मर्यादाओं, मान्यताओं के लिए उपहार है।
श्री नकवी ने कहा कि सनातन विरोधी "झक्की झुंड के झूठ का झाड़", "सनातन सच के पहाड़" से टकराकर टांय-टांय फिस्स हो जाएगा।
श्री नकवी ने कहा कि भारत हजारों साल से सनातन संस्कार, संस्कृति और संसाधनों को विदेशी आक्रांताओं द्वारा आपराधिक अराजकता के इतिहास का गवाह है। उन्होंनें कहा कि ईसा पूर्व 327 में ग्रीक के अलेक्जेंडर से लेकर साइरस का आक्रमण रहा हो या 1000 ईस्वी में गजनी और उसके बाद गौरी, तैमूर, नादिर शाह, बाबर से लेकर 1757 ईस्वी में अंग्रेजों द्वारा प्रॉक्सी युद्ध से भारत पर राज हो, संसाधनों के साथ सनातन संस्कार को भी लूटने और तहस नहस करने की क्रिमिनल करतूतों के काले कारनामों से भरपूर है। लेकिन तब भी संसाधनों पर आक्रमण करने वाले सनातन संस्कार पर अतिक्रमण करने में असफल रहे।
श्री नकवी ने कहा कि "सनातन संस्कार पर सांप्रदायिक वार, बाई चांस नहीं, बाई च्वाईस है।" मुल्क, मानवता और भारतीय मूल्यों के खिलाफ "कटुतापूर्ण क्राइम" है। ऐसी किसी भी साज़िश को एकजुट होकर परास्त करना हमारा राष्ट्रीय कर्त्तव्य है।
श्री नकवी ने कहा कि दुनिया भारत का गुणगान कर रही है, वहीं कांग्रेस और राहुल गांधी "देश का अपमान करने की सुपारी के साजिशी सौदागर बन कर विदेश में घूम रहे हैं।"
श्री नकवी ने कहा कि एक बार फिर भारत की धाक-धमक को धूमिल करने की "चंडाल चौकड़ी, धूर्ततापूर्ण धमाचौकड़ी की धुन में लग गई है।" भारत की बढ़ती साख "भानुमति के कुनबे" की सनक बढ़ा देती है, और विदेश में भारत को बदनाम करने की सुपारी लेकर सक्रिय हो जाते हैं।