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वन्दलुर, चेन्नई, 05 अक्टूबर, 2019: वन्दलुर, चेन्नई में बी. एस. अब्दुर रहमान क्रिसेंट इंस्टिट्यूट ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के 9वे दीक्षांत समारोह में मेरे सम्बोधन की प्रेस विज्ञप्ति:

केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री श्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आज यहाँ कहा कि मोदी सरकार के प्रयासों का नतीजा है कि आज भारत सस्ती, सुलभ, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए दुनिया के सबसे बेहतरीन "एजुकेशन हब" में से एक बन गया है।

आज वन्दलुर, चेन्नई में बी. एस. अब्दुर रहमान क्रिसेंट इंस्टिट्यूट ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के 9वे दीक्षांत समारोह को सम्बोधित करते हुए श्री नकवी ने कहा कि समाज के हर तबके को सस्ती, सुलभ, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मुहैया कराना प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की प्राथमिकता है और हमारी सरकार इस दिशा में पूरी ईमानदारी और मेहनत के साथ काम कर रही है।

श्री नकवी ने कहा कि मोदी सरकार ने 2014 के बाद से स्कूली शिक्षा के साथ-साथ उच्च शिक्षा को गुणवत्तापूर्ण बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाये हैं। नई शिक्षा नीति सशक्त भारत की नींव रखेगी। लगभग 3 दशक बाद अब देश में हमारी सरकार नई शिक्षा नीति लेकर आ रही है। नई शिक्षा नीति के आने से शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव आएगा। जल्द ही नई शिक्षा नीति पेश कर दी जाएगी।

श्री नकवी ने कहा कि जहाँ 2014 से पहले देश भर में 16 इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नॉलजी थे, वहीँ हमारी सरकार ने पिछले 5 वर्षों में 7 नए आईआईटी बनाये हैं। जहाँ 2014 से पहले 9 इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी थे वहीँ हमारी सरकार ने पिछले 5 वर्षों में 15 नए इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी बनाये हैं।

इसी तरह जहाँ 2014 से पहले 13 इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट थे, वहीँ हमारी सरकार ने 7 नए आईआईएम बनाये हैं। जहाँ 2014 से पहले देश भर में 7 आल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज स्तर के

संस्थान थे वहीँ मोदी सरकार ने पिछले 5 वर्षों में 15 नए आल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज जैसे संस्थान तैयार किये हैं।

श्री नकवी ने कहा कि समाज के हर जरूरतमंद को सस्ती-बेहतर चिकित्सा सेवा मुहैया कराने और देश में मेडिकल शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए मोदी सरकार ने 2021-22 तक मौजूदा जिला/रेफरल अस्पतालों के साथ संलग्न 75 अतिरिक्त सरकारी चिकित्सा महाविद्यालयों की स्थापना के लिए अपनी मंजूरी दी है। मौजूदा जिला/रेफरल अस्पतालों से संलग्न नए चिकित्सा महाविद्यालय की स्थापना से सरकारी क्षेत्र में योग्य स्वास्थ्य व्यावसायिकों, उन्नत सेवाओं की उपलब्धता बढेगी, जिला अस्पतालों की मौजूदा अवसंरचना का इस्तेमाल होगा और देश में किफायती चिकित्सा शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा।

बिना चिकित्सा महाविद्यालय वाले स्वास्थ्य सुविधा से वंचित क्षेत्रों में कम- से-कम 200 बिस्तर वाले जिला अस्पतालों में नए चिकित्सा महाविद्यालयों की स्थापना की जाएगी। आकांक्षापूर्ण जिलों और 300 बिस्तरों वाले जिला अस्पतालों को प्रमुखता दी जाएगी। नए चिकित्सा महाविद्यालयों की स्थापना की योजना से देश में एमबीबीएस की कम-से-कम 15,700 सीटें बढेंगी।

श्री नकवी ने कहा कि पिछले लगभग 5 वर्षों में विभिन्न स्कॉलरशिप्स योजनाओं से गरीब, कमजोर अल्पसंख्यक समाज के रिकॉर्ड 3 करोड 18 लाख से ज्यादा विद्यार्थी लाभान्वित हुए जिनमे लगभग 60 प्रतिशत छात्राएं शामिल हैं।अगले 5 वर्षों में हम 5 करोड़ छात्र-छात्राओं को स्कॉलरशिप देंगे।

श्री नकवी ने कहा कि अल्पसंख्यक मंत्रालय ने "3E - एजुकेशन, एम्प्लॉयमेंट, एम्पावरमेंट" के संकल्प के साथ काम किया है। देश भर में मदरसों सहित सभी अल्पसंख्यक समुदाय के हजारों शैक्षिक संस्थानों को "3T -टीचर, टिफ़िन, टॉयलेट" से जोड़ कर उन्हें मुख्यधारा की शिक्षा प्रणाली में शामिल किया गया है।